Covet 19 live कोरोना मरीज
कोरोना मरीजो की जान बचायेगा (साइटोसब्र) कोरोना के साथ जंग लड़ने के लिए मिला एक नया हथियार जो अमरीका के शोधकर्ता *सासँ-कोव-2 वारेस से ग्रसीत
लोगो को साइटोसब्र के एक ब्लड फिल्टर के इस्तेमाल के
सहायता से खंगाल रहे हैं।
ऐ फिल्टर खास क़िस्म के मोतियों से लैस हैं।जो एक ऐसा स्पॉन्ज की भूमिका निभा रहे हैं।जो खून में मौजूद
साइटोप्रोटिन और प्रोटीन को छानने में सक्षम हैं।
साइटोसब्र की आकार,
साइटोसब्र दिखने में पानी के गिलास के समान हैं।जैसे लगता हैं कि खून में मिले पोषक तत्व और जहरीले योगिकों में अंतर बताने की
क्षमता से लैस कराया गया हैं।यानी फिल्टर में मौजूद
साइटोसब्र को अपने गिरफ्त में लेलेता हैं।लेकिन ये ऐंटीबॉडी सहित अन्य सभी फादेमंद तत्वों को खून से
नही सोखते हैं।इससे शरीर मे पोषक तत्वों की आपूर्ति
बनी रहती हैं।और जहरीले पदार्थ शरीर से बाहर निकल
जाते हैं।
साइटोकिन स्ट्रॉमर की घातक,
(साइटोकिन स्ट्रॉमर)यह
एक वैज्ञानिक भाषा है।इससे हमलावर वारेस से कई गुना
नुकसान पहुचने का खतरा रहता हैं।जिससे शरीर की अंग खराब होती है।और जन भी जा सकती हैं।
फिल्टर की काम- साइटोसब्र की किडनी की
रोगियों के खून में मौजूद आवंछित तत्वो को बाहर निकलने के लिए डाइलिसिस के मशीनों से जोड़ा जाता
हैं।
उसके बाद मरीज के गले और पैरों के नसों में पाइप
लगा कर खून को बाहर निकल दिया जाता हैं।साइटोसब्र
से गुजारा जाता हैं।
बेंटिलेटर का काम- कोरोना मरीजो की फेफड़ो को सास लेने की सहायता करती हैं।
कोरोना के (89,706 ) नए केस सामने आए हैं। और कोरोना से करीबन (34 )लाख लोग ठीक हुए है। देश मे
कोरोना की संख्या करीबन ( 33,98,944) हो गया है।
इससे ठीक होने की दर (77.77) पहुच गया है।पिछले (24) घण्टे में 74,894 मरीज ठीक हुआ हैं।
मंत्रालय ने बताया कि सप्ताहिक में ठीक होने की मरीजो
की संख्या जुलाई के तीसरे हप्ते मे (1,53,118)थी।जो
सितम्बर के पहले हफ्ते में (4,84,068)पहुँच गई हैं।
स्वास्थ्य ममंत्रालय ने बताया कि संक्रमण का इलाज करा
रहे मरीजो की (61) फीसदी लोग पाच राज्यो से है।
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